मंगलवार व्रत

Mangalwar Vrat

मंगलवार को व्रत के लिए प्रात:काल उठकर स्नान करें और लाल या नारंगी रंग का कोई नया या धुला हुआ कपड़ा पहनें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें और जलाभिषेक के साथ ही व्रत की तैयारी करें। आप प्रभु हनुमान जी के मंदिर में स्थापित मूर्ति को या तो घर में ईशान कोण में चौकी रख कर उसपर बजरंग बली की कोई तस्वीर या मूर्ति की स्थापना कर और केसरिया सिंदूर से चोला और चमेली का तेल चढ़ाएं। इसी के साथ प्रसाद भी अवश्य बाटे। आप साल किसी भी महिने के शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार से व्रत की शुरुआत के सकते है।

मंगलवार व्रत में क्या नही करना चाहिए ?

मंगलवार व्रत में एक समय भोजन करने का नियम है। व्रत करने वाला दिन में फलहारी करके और शाम को भोजन कर के व्रत खोल सकता है।

मंगलवार के व्रत में गेहूं और गुड़ का भोजन करना अच्छा माना गया है।

मगलवार व्रत में आप बेसन के लड्डू खा सकते है क्योंकि मान्यताओं की माने तो प्रभु हनुमान को भी ये बेसन के लड्डू बहुत प्रिय है। ऐसे में इनका भोग लगाने के बाद जब शाम को आप व्रत खोले तो आप इसे खा सकते है।

लौकी की खीर का भी व्रत के समय सेवन एवम इसे प्रसाद के रूप में भी अर्पित कर सकते है।

माना गया है की मूंगदाल का हलवा हनुमान जी को बेहद पसंद है तो आप इसे भोग लगा कर व्रत खोलने के बाद इसे खा सकते है।

मंगलवार व्रत के फायदे

मंगलवार व्रत करने से हनुमान जी की कृपा व्रत करने वाले के ऊपर बनी रहती है।

मंगलवार व्रत करने से सम्मान, बाल और साहस बढ़ता है।

मान्यताओं की माने तो इस व्रत को करने से होनहार और भाग्यशाली संतान की प्राप्ति होती है।

भूत, प्रेत और काली शक्तियों का प्रभाव कम होता है ।

गलतियों से बचे

मगलवार व्रत में पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा करते वक्त मन को स्थिर रखने की कोशिश करे। कला या सफेद वस्त्र धराड़ करके हनुमान जी की पूजा करे। पूजा करते समय लाल कपड़ा पहनना शुभ माना गया है। व्रत के समय सिर्फ एक बार ही भोजन करे।

इस मंत्र का करें जाप

संकट दूर करने के लिए

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

शत्रु पर विजय पाने के लिए

ओम हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट

इसी के साथ हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करे।